CTET January 2012 Question Paper-2 with Answer | ||||
Child Development | Math and Science | Social Science | Language-I (Eng) | Language-II (Hindi) |
Part-V: Language-II(Hindi)
निर्देश: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए सबसे उचित विकल्प चुनिए।
Q121. पढ़ने की कुशलता का विकास करने के लिए जरूरी है कि
(a) बच्चों को द्रुत गति से पढ़ने के लिए बाध्य किया जाए
(b) बच्चों को बोल-बोलकर पढ़ने के लिए निर्देश दिए जाएँ
(c) बच्चों को शब्दार्थ जानने के लिए बाध्य किया जाए
(d) बच्चों को विविध प्रकार की विषय-सामग्री उपलब्ध कराई जाए
Answer: (b) बच्चों को बोल-बोलकर पढ़ने के लिए निर्देश दिए जाएँ Explain: बच्चों में पठन कुशलता के विकास के लिए शिक्षक को विभिन्न अवनियों के उच्चारण स्थान बताकर पाठ को बोल-बोलकर पढ़ने का निर्देश देना चाहिए। |
Q122 पाठ्य-वस्तु का भावपूर्ण पठन
(a) केवल कविताओं पर ही लागू होता है
(b) पठन का एकमात्र आदर्श रूप है
(c) पठन की पहली और अनिवार्य शर्त है
(d) अर्थ को समझने में मदद करता है
Answer: (d) अर्थ को समझने में मदद करता है Explain: पाठ्य-वस्तु के विचार एवं भावानुरूप पठन से अर्थ को समझने में मदद मिलती है। |
Q123. भाषा-शिक्षण के संदर्भ में कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) भाषागत शुद्धता के प्रति अत्यधिक कठोर रवैया नहीं अपनाना चाहिए
(b) समृद्ध भाषिक परिवेश में बच्चे स्वयं नियमों का निर्माण करते हैं
(c) भाषा-शिक्षण में समृद्ध भाषिक परिवेश उपलब्ध कराना जरूरी है
(d) भाषा की नियमबद्ध व्यवस्था को केवल व्याकरण के माध्यम से ही जाना जा सकता है
Answer: (c) भाषा-शिक्षण में समृद्ध भाषिक परिवेश उपलब्ध कराना जरूरी है Explain: भाषा-शिक्षण में समृद्ध भाषिक परिवेश होना चाहिए लेकिन भाषा-शिक्षण के लिए भाषिक परिवेश उपलब्ध कराना जरूरी नहीं है। |
Q124. बच्चों में भाषा-सीखने की क्षमता जन्मजात होती है। अतः
(a) उनकी इस क्षमता का भरपूर प्रयोग करते हए भाषायी नियम सिखाए जाने चाहिएँ।
(b) बच्चों को समृद्ध भाषिक परिवेश उपलब्ध कराया जाना चाहिए
(c) भाषा-शिक्षण का कार्य नहीं किया जाना चाहिए
(d) भाषा-शिक्षण का कार्य घर पर ही किया जाना चाहिए
Answer: (b) बच्चों को समृद्ध भाषिक परिवेश उपलब्ध कराया जाना चाहिए Explain: बच्चों में भाषा सीखने की क्षमता जन्मजात होती है। अत:उनकी जन्मजात भाषायी क्षमता के विकास के लिए उपयुक्त भाषायी वातावरण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। |
Q125. पठित अंश पर प्रश्नों का निर्माण करवाने से
(a) प्रश्न-बैंक तैयार हो जाता है जिसका उपयोग प्रश्न-पत्र बनाने में किया जाता है
(b) बच्चों की ऊर्जा, समय व्यर्थ चला जाता है
(c) बच्चों की पढ़कर समझने की योग्यता का आकलन होता
(d) प्रश्न-पत्र बनाने में आसानी होती है
Answer: (c) बच्चों की पढ़कर समझने की योग्यता का आकलन होता Explain: गद्यांश या पद्यांश को पढ़ने का उद्देश्य होता है- उनमें दिए गए भावों एवं विचारों को समझना। इसलिए पठित अंश पर प्रश्नों का निर्माण करवाने से बच्चों को पढ़कर समझने की योग्यता का आकलन होता है। |
Q126. रागिनी हमेशा ‘हैंडपंप’ को चापाकल बोलती है। एक शिक्षिका के रूप में आप क्या करेंगी?
(a) उसे डाँटेंगे कि उसने गलत शब्द का प्रयोग किया है
(b) उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं देंगे
(c) रागिनी को समझाएँगे कि यह चापाकल नहीं, हैंडपंप है
(d) संपूर्ण कक्षा को बताएंगे कि हैंडपंप को चापाकल भी कहा जाता है
Answer: (d) संपूर्ण कक्षा को बताएंगे कि हैंडपंप को चापाकल भी कहा जाता है Explain: रागिनी द्वारा ‘हैंडपम्प’ को चापाकल कहने पर एक शिक्षिका के रूप में सम्पूर्ण कक्षा को बताएंगे कि हैंडपम्प को चापाकल भी कहा जाता है क्योंकि हैंडपम्प का हिन्दी रूपान्तर चापाकल है। |
Q127. भाषा तब सबसे सहज और प्रभावी रूप से सीखी जाती है जब
(a) भाषा-प्रयोग की दक्षता प्रमुख उद्देश्य हो
(b) भाषा की पाठ्य-पुस्तक में अधिक-से-अधिक पाठों का समावेश हो
(c) भाषा के नियम कंठस्थ कराए जाएँ
(d) भाषा-शिक्षक कठोर रवैया अपनाने हैं
Answer: (a) भाषा-प्रयोग की दक्षता प्रमुख उद्देश्य हो Explain: भाषा एक अभिव्यक्ति का साधन है। अतः भाषा को सहज एवं प्रभावी रूप से तभी सीखी जा सकती है जब भाषा प्रयोग की दक्षता प्रमुख उद्देश्य हो। |
Q128. मुहावरे और लोकोक्तियों का प्रयोग करना
(a) भाषिक अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाता है
(b) केवल गद्य पाठों के अभ्यासों का हिस्सा है
(c) व्याकरण का प्रमुख हिस्सा है
(d) हिंदी भाषा-शिक्षण का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है
Answer: (a) भाषिक अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाता है Explain: भाषा के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त करना एक कला है। वाचन के दौरान मुहावरें एवं लोकोक्तियों का प्रयोग करना भाषिक अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाता है। |
Q129. निम्नलिखित में से कौन-सी विधा का अनिवार्यतः सस्वर पठन किया जाना अपेक्षित है?
(a) निबंध
(b) एकांकी
(c) जीवनी
(d) आत्मकथा
Answer: (b) एकांकी Explain: ‘एकांकी’ विधा का सस्वर पठन अपेक्षित है क्योंकि एकांकी के पात्र के अनुसार पाठ को भावानुरूप तथा आरोह-अवरोहानुसार पढ़ने का अभ्यास कराया जा सकता है। |
Q130. भाषा की पाठ्य-पुस्तक में लोकगीतों को स्थान देना
(a) भारत की सांस्कृतिक विशेषताओं से परिचित होने में मदद करता है
(b) बच्चों को ‘संगीत’ सिखाने से जुड़ा है
(c) गायन को महत्त्व देना है
(d) परम्परा का निर्वाह करना है
Answer: (a) भारत की सांस्कृतिक विशेषताओं से परिचित होने में मदद करता है Explain: भाषा की पाठ्य-पुस्तक में लोकगीतों को स्थान देने से भारत के विभिन्न राज्यों के रहन-सहन एवं सांस्कृतिक विशेषताओं के बारे में जानने का मौका मिलता है। |
Q131. मौखिक अभिव्यक्ति के समय होने वाली त्रुटियों पर बार-बार टोकने से
(a) बच्चे धीरे-धीरे खामोश होने लगते हैं
(b) बच्चों के भीतर आत्मविश्वास बढ़ता है
(c) बच्चों की त्रुटियाँ खत्म हो जाती है
(d) बच्चे अपनी त्रुटियों के कारण को समझ जाते हैं
Answer: (d) बच्चे अपनी त्रुटियों के कारण को समझ जाते हैं Explain: मौखिक अभिव्यक्ति के समय होने वाली त्रुटियों पर बच्चों को ध्यान दिलाने पर वे अपनी त्रुटियों के कारण को समझ सकते है तथा उनमें सुधार भी कर सकते हैं। |
Q132 भाषा-कौशलों के बारे में कौन-सा कथन सही है?
(a) भाषा के कौशलों में से केवल पढ़ना-लिखना महत्त्वपूर्ण है
(b) भाषा के मूल रूप से कौशलों में से केवल सुनना, बोलना ही महत्त्वपूर्ण है
(c) भाषा के कौशल केवल क्रमबद्ध रूप से ही सीखे जाते हैं
(d) भाषा के कौशल परस्पर अंत:संबंधित हैं
Answer: (d) भाषा के कौशल परस्पर अंत:संबंधित हैं Explain: भाषा कौशल के अंतर्गत सुनना, बोलना, पढ़ना तथा लिखने का कौशल शामिल है एवं भाषा के चारों कौशल परस्पर अंतः सम्बन्धित हैं। |
Q133. भाषा-शिक्षण का निर्माणकारी उपागम इस बात पर बल देता है कि
(a) व्याकरण के नियम जानना ही शद्ध भाषा-प्रयोग का एकमात्र आधार है
(b) समाज में व्याप्त भाषायी व्यवहार का अवलोकन करते हुए बच्चे स्वयं ही नियम बना लेते हैं
(c) बच्चों को भाषायी नियम कंठस्थ करवाए जाएँ
(d) बच्चों की भाषागत शुद्धता पर विशेष बल देना चाहिए
Answer: (d) बच्चों की भाषागत शुद्धता पर विशेष बल देना चाहिए Explain: भाषा-शिक्षण के निर्माणकारी उपागम के अनुसार, बच्चों में आत्म-विश्वास की भावना जागृत कर उनकी भाषागत शुद्धता पर विशेष बल देना चाहिए। |
Q134. भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियाँ
(a) सही नहीं हैं, इनके प्रति कठोर रवैया अपनाना चाहिए
(b) बच्चे, शिक्षक पाठ्यक्रम आदि की असफलताओं के संकेतक
(c) भाषा-प्रयोग की असफलता की और संकेत करती हैं
(d) भाषा सीखने की प्रक्रिया के स्वाभाविक पड़ाव हैं
Answer: (d) भाषा सीखने की प्रक्रिया के स्वाभाविक पड़ाव हैं Explain: बच्चों में भाषा सम्बन्धी बहुत-सी कठिनाइयाँ, त्रुटि तथा विकार पाए जाते हैं। अतः भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियाँ भाषा अधिगम प्रक्रिया के स्वाभाविक चरण हैं। |
Q135. ‘नाटक शिक्षण’ में सतत और व्यापक मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है?
(a) पढ़े गए नाटक का मंचन
(b) पात्रों का चरित्र-चित्रण लिखना
(c) लिखित परीक्षा
(d) मुख्य संवादों को सुन्दर रूप से लिखना
Answer: (d) मुख्य संवादों को सुन्दर रूप से लिखना Explain: ‘नाटक शिक्षण’ में सतत और व्यापक मूल्यांकन के लिए पढ़े गए नाटक का मंचन करना सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं। |
निर्देश (प्र. सं. 136 से 142): गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए।
जिन्होंने भी बच्चों को पढ़ाने की कोशिश की है चाहे – वे माता-पिता हो या शिक्षक – उनके खाते में सफलता के साथ-साथ असफलता और निराशा भी दर्ज होती है। ऐसे में एक सवाल उठता है कि आखिर इतना मुश्किल क्यों है पढ़ाना?
एक मुख्य समस्या तो यह है कि पढ़ाने वालों का विश्वास बच्चों की क्षमताओं या योग्यताओं पर काफी कम होता है। यह बात मैं यँ ही नहीं कह रही बल्कि एक अभिभावक, एक शिक्षक और एक शिक्षक प्रशिक्षक होने के आधार पर कह रही हूँ।
कई बार मैं उस पाठ को लेकर बच्चों (दूसरी, तीसरी या फिर पाँचवीं के) के सामने खड़ी होती हैं जो मुझे उन्हें पढाना है। मेरे पास कुछ जानकारी है जो मैं बच्चों को देना चाहती हैं। लेकिन मैं यह जानकारी उन्हें क्यूँ देना चाहती हूँ? क्योंकि मुझे लगता है कि वे इसके बारे में नहीं जानते; इसे जानने में उन्हें मजा आएगा; यह दुनिया के बारे में उनके नजरिए को विस्तृत करने में मदद करेगी। यह उन्हें बेहतर इंसान बनने में मदद करेगी, भले ही थोड़ा-सा।
लेकिन कभी-कभार पढ़ाना शुरू करने से पहले ही मेरे दिमाग में यह ख्याल बुदबुदाना शुरू कर देता है कि शायद उन्हें वह पहले से ही मालूम हो जो में उन्हें बताना चाहती हैं। तो उन्हें कुछ बताने की बजाए मैं उनके सामने सवाल रख देती हूँ।
Q136. लेखिका को कौन-सा ख्याल परेशान करता है?
(a) जो हम पढ़ाने जा रहे हैं कहीं बच्चे उसके विषय में पहले से ही तो नहीं जानते
(b) बच्चों को भला इंसान कैसे बनाया जाए
(c) बच्चों को सही तरीके से कैसे पढ़ाया जाए
(d) बच्चों को रोचक तरीके से कैसे पढ़ाया जाए
Answer: (a) जो हम पढ़ाने जा रहे हैं कहीं बच्चे उसके विषय में पहले से ही तो नहीं जानते Explain: अनुच्छेद के अंतिम पैरा के अनुसार, लेखिका के दिमाग में बार-बार यही ख्याल आता है कि हम जो बच्चों को पढ़ाने जा रहे हैं कहीं बच्चे उनके विषय में पहले से ही तो नहीं जानते हैं। |
Q137. अनुच्छर में किस मुख्य समस्या की बात की गई है?
(a) पदाना अपने आप में बहुत मुश्किल काम है
(b) डोटी कक्षाओं को पढ़ाना
(c) शिक्षक अच्छी तरह से पढ़ाते नहीं है
(d) बच्चों की योग्यता में विश्वास नहीं किया जाता
Answer: (d) बच्चों की योग्यता में विश्वास नहीं किया जाता Explain: अनुच्छेद के दूसरे पैरा के अनुसार मुख्य समस्या यह है कि पढ़ाने वालों का विश्वास बच्चों की क्षमताओं या योग्यताओं पर काफी कम होता है। |
Q138. बच्चों को पढ़ाने से पहले स्वयं से ‘क्यों’ वाला सवाल पूछना क्यों जरूरी है?
(a) ताकि हम बच्चों से भी ‘क्यों’ वाले सवाल पूछ सके
(b) यह पढ़ाने के उद्देश्य और तरीके निर्धारित करने में मदद करता है
(c) इससे पाठ्यक्रम जल्दी खत्म हो जाता है
(d) इससे न पढ़ाने के लिए तार्किक आधार मिल जाता है
Answer: (c) इससे पाठ्यक्रम जल्दी खत्म हो जाता है Explain: बच्चों को पढ़ाने से पहले स्वयं से ‘क्यों’ वाला प्रश्न पूछना जरूरी है, क्योंकि बच्चे की दी जानेवाली जानकारी का उद्देश्य क्या है तथा उस जानकारी को बच्चों को किस तरीके से समझाया जाए। |
Q139. अनुच्छेद में यह संकेत किया गया है कि
(a) बच्चे खेल-खेल में जल्दी सीखते हैं
(b) शिक्षक, अभिभावक पढ़ाना नहीं जानते
(c) बच्चे सारे सवालों के जवाब दे सकते है
(d) बच्चे बहुत कुछ जानते हैं
Answer: (d) बच्चे बहुत कुछ जानते हैं Explain: अनुच्छेद में लेखिका ने यह संकेत दिया है कि हम जो बच्चे को बताने जा रहे है, शायद उन्हें वह पहले से ही मालूम हो। |
Q140. किस शब्द में उपसर्ग और प्रत्यय – दोनों का प्रयोग हआ है?
(a) योग्यताओं
(b) क्षमताओं
(c) असफलता
(d) नम्रता
Answer: (c) असफलता Explain: ‘असफलता’ शब्द में ‘अ’ उपसर्ग एवं ‘ता’ प्रत्यय का प्रयोग हुआ है। |
Q141. ‘आखिर इतना मुश्किल क्यों है पढ़ाना?’ वाक्य को यदि हिंदी की सामान्य वाक्य-रचना के अनुसार लिखा जाए तो वाक्य होगा
(a) आखिर पढ़ाना इतना मुश्किल क्यों है?
(b) आखिर पढ़ाना मुश्किल क्यों है इतना?
(c) इतना मुश्किल क्यों है पढ़ाना आखिर?
(d) पढ़ाना इतना मुश्किल क्यों है आखिर?
Answer: (a) आखिर पढ़ाना इतना मुश्किल क्यों है? Explain: दिए गए वाक्य का सही रूप होगा आखिर पढ़ाना इतना मुश्किल क्यों है? |
Q142 ‘इसे जानने में उन्हें मजा आएगा।’ वाक्य में रेखांकित सर्वनामों का प्रयोग किनके लिए हुआ है ?
(a) ‘पाठ’, बच्चों के लिए
(b) ‘पाठ’, ‘शिक्षकों’ के लिए
(c) ‘जानकारी’, अभिभावक के लिए
(d) ‘जानकारी’, ‘बच्चों के लिए
Answer: (d) ‘जानकारी‘, ‘बच्चों के लिए Explain: इसे तथा उन्हें शब्द का प्रयोग जानकारी तथा बच्चों के लिए प्रयोग किया गया है। यह सर्वनाम शब्द का उदाहरण है। |
निर्देश (प्र. सं. 143 से 150) : गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए।
बच्चे और खिलौने का संबंध सदैव से ही रहा है। हम यह भी कह सकते हैं कि खिलौनों के बिना हम बच्चों की दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते। चाहे हम बच्चों को खिलौने खरीदकर दें या न दें बच्चे अपने लिए किसी-न-किसी चीज (चाहे वे टूटे-फूटे डिब्बे हों या इसी तरह की अन्य सामग्री) को खिलौने की शक्ल दे ही देते हैं।
बच्चों को एकदम छुटपन से ही मुँह या खिलौनों से अजीबों-गरीब आवाजें निकाल कर हम बहलाते हैं और बच्चे बहल भी जाते हैं। यही बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं, खद भी चीजों को जोड़-तोड़कर खिलौने बनाने में अपनी रचनात्मक ऊर्जा का खूब इस्तेमाल करते हैं। इसलिए भी यह जरूरी हो जाता है कि बच्चों की इस रचनात्मक ऊर्जा को उभारने के लिए उन्हें भरपूर मौके दिए जाएँ।
पहले हम गौर करें कि बच्चे अपने रोजमर्रा के जीवन में कौन-की सी चीजें बनाते हैं? इसके लिए अगर हम अपने अतीत में गोता लग और अपने बचपन की दुनिया में झांकें तो तरह-तरह के खिलौनों, खजाना हमारी स्मृति में से निकलकर आता है – ढेर सारी माचिस की खाली डिब्बियों को बिल्कुल सरल तरीके से जोड़कर बनती रेलगाड़ी कागज से बनाई जाने वाली ढेरों चीजें जैसे नाव, हवाई जहाज, तितली नाग आदि क्या-क्या नहीं बनाते थे इन सब से।
Q143. अनुच्छेद में इस बात की ओर संकेत किया गया है कि
(a) पुराने जमाने में बच्चे केवल कागज की नाव से ही खेलने
(b) बच्चों को टूटी-फूटी चीजें ही देनी चाहिएँ
(c) बच्चों को खिलौने खरीदकर देने की आवश्यकता नहीं है
(d) बच्चे अपने आस-पास की चीजों को खिलौने बना लेते हैं
Answer: (d) बच्चे अपने आस-पास की चीजों को खिलौने बना लेते हैं Explain: अनुच्छेद के अनुसार, यदि हम बच्चे को खिलौने खरीद न भी दें तो वे अपने आस-पास की चीजों को खिलौने बना लेते हैं। |
Q144. जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं
(a) खिलौने बनाने में अपनी रचनात्मक ऊर्जा का प्रयोग करने लगते हैं
(b) चीजों को तोड़कर खिलौने बनाने लगते हैं
(c) उन्हें टूटे-फूटे डिब्बे पसंद नहीं आते
(d) उनका खिलौनों के प्रति आकर्षण समाप्त होने लगता है
Answer: (a) खिलौने बनाने में अपनी रचनात्मक ऊर्जा का प्रयोग करने लगते हैं Explain: जैसे-जैसे बच्चे बड़े होने लगते हैं वे अपनी चीजों को जोड़-तोड़कर खिलौने बनाने में अपनी रचनात्मक ऊर्जा का प्रयोग करते हैं। |
Q145. खिलौने बच्चों की ……………. को बढ़ाते हैं।
(a) सामाजिकता
(b) ऊर्जा
(c) भावनाओं
(d) सृजनात्मकता
Answer: (d) सृजनात्मकता Explain: खिलौने बच्चों की सृजनात्मकता को बढ़ाते हैं। |
Q146. निम्नलिखित में से कौन-सी चीज बच्चे के लिए दूरबीन बन सकती
(a) माचिस
(b) पेंसिल
(c) चूड़ी
(d) टूथपेस्ट का खाली डिब्बा
Answer: (d) टूथपेस्ट का खाली डिब्बा Explain: ‘टूथपेस्ट का खाली डिब्बा’ बच्चे के लिए दूरबीन बन सकती है। |
Q147. बच्चों की रचनात्मक ऊर्जा को उभारने के लिए
(a) सारा टूटा-फूटा सामान दे देना चाहिए
(b) उन्हें खिलौने बनाने का औपचारिक प्रशिक्षण देना चाहिए
(c) घर का सारा सामान उन्हें दे देना चाहिए
(d) अनुपयोगी परंतु सुरक्षित सामान दे सकते हैं
Answer: (d) अनुपयोगी परंतु सुरक्षित सामान दे सकते हैं Explain: बच्चों की रचनात्मक ऊर्जा को उभारने के लिए घर में रखे हुए उनुपयोगी परन्तु सुरक्षित सामान दे सकते हैं। |
Q148. ‘अतीत में गोता लगाने’ का अर्थ है
(a) अतीत में इस तरह के व्यवहार की खोज करना
(b) अतीत के बारे में जानना
(c) अतीत की झील में डुबकी लगाना
(d) अतीत की स्मृतियों को बनाए रखना
Answer: (a) अतीत में इस तरह के व्यवहार की खोज करना Explain: अतीत में गोता लगाने का अर्थ है कि प्रचीन समय में इस प्रकार के व्यवहार की खोज करना। |
Q149. ‘बचपन’ शब्द ………………… शब्द है।
(a) विशेषण
(b) भाववाचक संज्ञा
(c) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(d) जातिवाचक संज्ञा
Answer: (b) भाववाचक संज्ञा Explain: ‘बचपन’ भाववाचक संज्ञा है। |
Q150. बच्चे और खिलौने का …………….. सदैव से ही रहा है।
(a) तालमेल
(b) रिश्ता
(c) सरोकार
(d) दोस्तीपना
Answer: (b) रिश्ता Explain: अनुच्छेद के अनुसार, बच्चे और खिलौने का सम्बन्ध सदैव से ही रहा है। अतः प्रश्न में दिए गए विकल्पों में ‘सम्बन्ध’ के लिए सर्वाधिक उपयुक्त शब्द ‘रिश्ता’ है। |